kamlesh verma
लखनऊ। तहसील में फैले भ्रष्टाचार के विरुद्ध अधिवक्ताओं ने तहसीलदार कक्ष के बाहर धरने पर बैठ गए।साथ ही प्रशासन विरोधी नारेबाजी भी की।अधिवक्ताओं ने मांग की जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी तब तक उनका धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।
ज्ञात हो कि बीते शनिवार को अधिवक्ताओं ने तहसील में फैले भ्रष्टाचार के विरुद्ध एकजुट होकर मैदान में उतर कर नारेबाजी की थी।अधिवक्ताओं का आरोप था कि तहसील में कार्यरत लेखपाल अपनी मनमानी कर रहे हैं और घूस की मांग करते हैं।यही नहीं घूस देने के बावजूद भी लेखपाल काम नही करते हैं।अधिवक्ताओं का आरोप था कि लेखपाल प्राइवेट आदमी को रखकर सरकारी अभिलेखों की गोपनीयता भंग कर रहे हैं।अधिवक्ताओं ने लेखपाल कक्ष से एक प्राइवेट आदमी को पकड़ कर तहसीलदार मीनाक्षी दीक्षित के सामने प्रस्तुत किया था।तहसीलदार ने प्राइवेट आदमी की जांच के बाद कार्यवाही की बात कहते हुए अधिवक्ताओं को शांत किया था।साथ ही साथ तहसील में जो भी प्राइवेट आदमी काम कर रहे हैं उनकी जांच करा कर तहसील से हटाने की बात कही थी।लेकिन सोमवार को फिर से वही प्राइवेट आदमी तहसील में काम करते नज़र आये।जिस पर अधिवक्ताओं ने तहसीलदार कक्ष के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू करते हुए जमकर नारेबाजी की।इस दौरान अधिवक्ता राम सिंह यादव,सर्वेश सैनी,फुरकान खान,शारिक खान,मोहम्मद मुदस्सिर,रईस अहमद,फैसल खान समेत भारी तादात में अधिवक्ता मौजूद रहे।