तीन दिन बाद होटल के कमरे में मिला प्रेमिका का शव
लखनऊ। चिनहट कोतवाली क्षेत्र के देवा रोड धांवा मोड स्थित रेड बिल्डिंग नामक होटल के कमरे में तेज बदबू आने की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने एक युवती का शव बरामद किया है।
यह भी पड़े-मोदी सरकार 3.0 के संभावित मंत्रिमंडल की पहली सूची आई सामने, JDU नेता ने मांगे 12 बड़े मंत्रालय
कमरा बुक कराया था
चिनहट कोतवाली के देवा रोड धांवा मोड़ पर धांवा निवासी किसान नेता राकेश यादव का 14 कमरों का रेड बिल्डिंग नाम से एक होटल है। रेड बिल्डिंग नामक यह होटल ओयो से अटैच है। बीते 30 मई 2024 को औरंगाबाद बाराबंकी का रहने वाला त्रिभुवन सिंह पुत्र राजेश कुमार अपने लिये एक कमरा बुक कराया था। तीन दिन बाद 3 जून 2024 को ग्राम सुमइयानगर औरंगाबाद बाराबंकी की रहने वाली कामिनी रावत पुत्री राम कुबेर इस कमरे में आई।
ट्रेन से कटकर अपनी भी जान दे दी
होटल का यह कमरा नंबर 105 सेकेंड फ्लोर पर स्थित है। होटल में इन दोनों के आधार कार्ड की कॉपी जमा है। बताया जा रहा है कि अगले दिन 4 जून को त्रिभुवन ने कामिनी की गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद त्रिभुवन बाहर से ताला खरीदा और कमरे को बाहर से बंद कर यहां से औरंगाबाद पहुंचा। औरंगाबाद रेलवे किनारे पर ट्रेन से कटकर अपनी भी जान दे दी।
फोरेंसिक टीम के साथ पहुंची पुलिस
बृहस्पतिवार शाम को होटल में बदबू आने पर कर्मचारी ने जब कमरे में जाकर देखा तो कमरा बाहर से बंद था। होटल ने आशंकित होने पर पुलिस को सूचना दी। सूचना पाकर घटनास्थल पर फोरेंसिक टीम के साथ पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
औरंगाबाद थाने में दर्ज है युवती की गुमशुदगी
पुलिस ने बताया कि जांच पड़ताल में पता चला कि कामिनी अयोध्या जिले में स्थित राम मनोहर लोहिया अवध विश्व विद्यालय की छात्रा है। तीन तारीख को वह संदिग्ध परिस्थित में घर से गायब हो गई थी। परिजनों ने औरंगाबाद थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
होटल के कमरे में मिली देशी शराब व मटन
पुलिस को जांच पड़ताल में होटल के कमरे से देशी शराब, खाने में पूडी व चिकन मिला। इसके अलावा कामिनी के बैग में उसकी मार्कशीट, बायोडाटा, अवध विश्व विद्यालय की चार किताबे मिली हैं। होटल के बेड पर एक गमला, हरे रंग की टीशर्ट, व दो दुपट्टा मिला। पुलिस अशंका जता रही है की गमले से गला दबाकर कामिनी की हत्या की गई है।
तीन दिन तक कमरे का दरवाजा बाहर से रहा बंद
होटल कर्मचारियों ने इस मामले में खूब लापरवाही बरती है। ओयो होटल में कामिनी का शव तीन दिन पुराना है। तीन दिन से होटल के कमरे में लाश होने की भनक होटल के कर्मचारियों को नहीं चली। बताया जा रहा है कि बृहस्पतिवार को एक व्यक्ति इसी होटल में रहने आया था। जिसे सेकेंड फ्लोर पर कमरा दिया गया। उसने दो बार कमरा नंबर 105 से बदबू आने की शिकायत की लेकिन होटल संचालकों ने चूहा मरने की बात कहकर मामले को टाल दिया।
होटल से कामिनी का शव बरामद
जबकि बीते 4 जून को ही त्रिभूवन ने कमरे को बाहर से बंद कर होटल से चला गया था। लगातार बदबू तेज होने के बाद इसकी सूचना रात 8.15 बजे होटल संचालक राकेश यादव को दी गई। राकेश यादव होटल पहुंचा और उसने बदबू के कारण कमरे का दरवाजा तोड़ा तो देखा कि कामिनी का शव बेड पर पडा हुआ है। बाद में पुलिस ने होटल से कामिनी का शव बरामद किया। होटल कर्मचारियों को इस बात की भनक तक नहीं लगी कि कमरे में तीन दिन से लाश पड़ी है।