लखनऊ। राज्यपाल आंनदीबेन पटेल के अभिभाषण के साथ यूपी विधानसभा का बजट सत्र सोमवार को शुरू हुआ । इस दौरान समाजवादी पार्टी के सदस्यों व विधायकोंने सदन में हंगामा किया । राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान हंगाम प्रदर्शन जारी रहा। राज्यपाल ने विपक्ष के हंगामे के बीच उत्तर प्रदेश सरकार की विभिन्न उपलब्धियों को गिनाया। उन्होंने सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी। वहीं विपक्ष के शोर-शराबे, हंगामे के बीच विधानसभा की कार्यवाही कल तक के लिये स्थगित कर दी गई है।
अपना दल के पूर्व विधायक स्वर्गीय राहुल प्रकाश कौल के निधन पर 21 फरवरी को शोक प्रस्ताव पारित कर सदन की कार्यवाही स्थगित होगी।जातीय जनगणना की मांग,महंगाई,बेरोजगारी और कानून व्यवस्था समेत अन्य मुद्दों को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के सदस्यों ने विधानभवन के अंदर और बाहर जमकर हंगामा किया। सपा नेता शिवपाल सिंह यादव के अगुआई में सपा सदस्यों ने विधानभवन के बाहर सरकार विरोधी नारेबाजी की और धरना प्रदर्शन किया।
सपा सदस्यों का उग्र रवैया राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण के दौरान भी जारी रहा। विपक्षी सदस्यो विशेषकर सपा और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के ‘राज्यपाल वापस जाओ’ और सरकार विरोधी नारे लगा रहे थे। इस बीच कुछ सदस्य हाथों में तख्तियां लिये सदन की वेल पर भी पहुंच गये।दूसरी ओर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सत्र शुरू होने पहले योगी सरकार पर हमला करते हुए यह संकेत दे दिए कि सत्र के दौरान सरकार को घेरने की पूरी तैयारी में आए हैं।
सपा प्रमुख ने कहा कि ये सरकार है जिसने कहा कि एक लाख करोड़ रुपए मंडी के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए देंगे,आप बताइए उत्तर प्रदेश में इन्होंने एक भी मंडी बनाई? उन्होंने कहा कि दोनों सरकारों ने मिलकर हमारे गांव, गरीबों को लूटा है और बेरोजगारी चरम सीमा पर है। कानून व्यवस्था भी ध्वस्त है।