- आजमगढ़ ने मंगलवार को 169 बैंक खातों में 2 करोड़ रुपये जब्त, 11 आरोपी को किया गिरफ्तार
आजमगढ़। जिले में पुलिस ने एक बड़े साइबर ठगी के मामले का खुलासा किया गया है । मंगलवार को पुलिस ने बताया कि एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह ने सैंकड़ों करोड़ों की ठगी की थी, जिसमें कुल 1 अरब 90 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का खुलासा किया है । इस मामले में पुलिस ने 169 बैंक खातों में लगभग दो करोड़ रुपये को फ्रीज किया है। इसके अलावा 13 लाख 40 हजार रुपये नगद, 51 मोबाइल फोन, 6 लैपटॉप, 61 एटीएम कार्ड, 56 बैंक पासबुक, 19 सिम कार्ड, 7 चेकबुक, तीन आधार कार्ड, और एक जियो फाइबर राउटर भी बरामद किया गया है।
आजमगढ़ पुलिस ने इस मामले में 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो आरोपी फरार हैं। पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना ने बताया कि साइबर क्राइम के खिलाफ चलाए गए विशेष अभियान के तहत 25 नवंबर को थाना साइबर क्राइम की टीम ने इस गिरोह का पर्दाफाश किया। यह गिरोह प्रतिबंधित ऑनलाइन एप्स जैसे ‘रेड्डी अन्ना’, ‘लोटस’ और ‘महादेव’ का उपयोग कर लोगों को ठगता था।
गिरोह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप, मेटा और टेलीग्राम पर विज्ञापन देकर लोगों को पैसे दोगुने या तिगुने करने का झांसा देता था। फिर उनके लॉगिन आईडी बनाकर ऑनलाइन गेम्स के माध्यम से उनके बैंक खातों से पैसे निकालकर फर्जी खातों में ट्रांसफर कर देता था। इसके बाद पीड़ितों की आईडी ब्लॉक कर दी जाती थी।
पुलिस ने बताया कि यह संगठित गिरोह भारत के अलावा श्रीलंका और यूएई के सदस्य भी शामिल थे। गिरफ्तार अभियुक्तों में उत्तर प्रदेश के छह, बिहार के दो, उड़ीसा के दो और मध्य प्रदेश के एक आरोपी शामिल हैं। इन आरोपियों पर देशभर के विभिन्न राज्यों में 70 साइबर ठगी के मामले दर्ज हैं। गिरफ्तारियों का संचालन नगर कोतवाली के रैदोपुर क्षेत्र में स्मार्ट मॉल के सामने स्थित एक मकान से हुआ।
गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि वे आजमगढ़ में दो यूनिट चला रहे थे, जिसमें 13 सदस्य सक्रिय थे। ये लोग सरकार द्वारा प्रतिबंधित एप्स का उपयोग कर ठगी करते थे और व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए पीड़ितों से संपर्क करते थे। गिरोह द्वारा अर्जित धनराशि को फर्जी खातों और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साझेदारों के साथ बांटा जाता था।
गिरफ्तार आरोपियों में राम सिंह (28), संदीप यादव (25), विशालदीप (22), अजय कुमार पाल (25), आकाश यादव (24), पंकज कुमार पुषांय (26), प्रदीप क्षात्रिया (22), विकास यादव (19), आनंदी कुमार यादव (24), मिर्जा उमर बेग (21) और अमित गुप्ता शामिल हैं। पुलिस अब विनय यादव और सौरभ नामक ठग की तलाश कर रही है।