मोहनलालगंज। दिलीप कुमार की मौत के मामले में प्रेमिका समेत उसकी तीन सहेलियों पर आत्महत्या के लिये उकसाने की धाराओ में मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है। रविवार को पोस्टमार्टम के बाद मृतक दिलीप का शव उसके घर शिवगुलामखेड़ा पहुंचा तो पिता भंडारी व मां सुभाषिनी समेत भाई संदीप,अकिंत व विवाहिता बहन शव से लिपटकर बिलख पड़े। देर शाम परिजनो ने शव का अन्तिम संस्कार कर दिया। मृतक के पिता भंडारी ने पुलिस को बताया था कि उसका बेटा दिलीप कुमार पीजीआई क्षेत्र के वृदावंन कालोनी में कारपेंटर का काम करता था।
जहां असामाजिक प्रवृति की लड़की सोनम ने उसे अपने प्रेम जाल में फंसाकर उससे धन उगाही कर रही थी। जब गैगं की सरगना सोनम रावत को पता चला कि मेरे बेटे का विवाह तय हो गया है तो अपने गैग के लड़को से बेटे को जान से मारने की धमकी देने के साथ ही जबरन शादी करने का दबाब बना रही थी। शादी ना करने पर झूठे रेप के मुकदमें में फंसाने की धमकी देकर मोटी रकम मांग रही थी।
धमकियों से डरे बेटे दिलीप ने बीते शनिवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। बेटे ने सुसाइड नोट में अपनी प्रेमिका सोनम व उसकी गैंग की लड़कियो समेत अन्य को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराते हुये कार्यवाही की बात भी लिखी थी। इंस्पेक्टर कुलदीप दूबे ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर आरोपियों तलाश शुरू कर दी गयी है। वहीं पीड़ित भाई अंकित ने बताया मृतक बड़े भाई दिलीप के पास से पुलिस को तीन पेज का सुसाइड नोट मिला था,जिसे पहले पुलिस ने छिपाकर पूरे मामले को दबाने में जुटी थी,जब उन्हे सुसाइड नोट मिलने की भनक लगी तो उन्होने पुलिस से सुसाइड नोट दिखाने को कहा तो केवल एक पेज दिखाकर खानापूर्ति कर पल्ला झाड़ लिया और बाकी दो अन्य पेजो में भाई ने क्या लिखा नही दिखाया।