जयपुर,। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह ने आज विधानसभा में कहा कि राज्य में एनपी-एनसीडी कार्यक्रम के अन्तर्गत स्वस्थ नारी चेतना अभियान चलाकर महिलाओं में ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर की प्रशिक्षित स्टाफ के द्वारा स्क्रीनिंग की जा रही है। इसके अलावा चिकित्सा महाविद्यालय एवं संबद्ध चिकित्सालयों में भी सर्वाइकल और ब्रेस्ट कैंसर की जांच मुफ्त में की जा रही है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों का जवाब देते हुए बताया कि टोंक, धौलपुर, बारां, बांसवाड़ा, चूरू, झुंझुनूं तथा जैसलमेर में बीपीएल परिवारों की महिलाओं को पहली डिलीवरी के बाद चार से छह महीने में तीन लीटर घी दिया जाता है तथा डिलीवरी के बाद दाे लीटर घी दिया जाता है।
अन्य जिलों में बीपीएल, आस्था कार्ड धारक, सहरिया परिवार और कथौड़ी जनजाति की महिलाओं को डिलीवरी के बाद पांच लीटर सरस घी का कूपन दिया जाता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अधिक से अधिक महिलाओं को इसका लाभ देने के प्रयास किये जा रहे हैं। मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के संकल्प पत्र के तहत राज्य की प्रत्येक गर्भवती महिला को पांच लीटर देशी घी उपलब्ध कराने की शुरूआत चरणबद्ध रूप से की जाएगी।
विधायक मनीष यादव के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य में एनपी-एनसीडी कार्यक्रम के अन्तर्गत स्वस्थ नारी चेतना अभियान के तहत अप्रैल 2024 से जनवरी 2025 तक महिलाओं में ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग का जिलेवार एवं संस्थावार विवरण प्रस्तुत किया। इस दौरान उन्होंने एक वर्ष में चिकित्सा महाविद्यालय एवं संबद्ध चिकित्सालयों में की गई सर्वाइकल व स्तन कैंसर की मुफ्त जांचों का अस्पतालवार विवरण भी दिया।