जयपुर। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम एक ऐतिहासिक कदम है, जिससे लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण मिलेगा। इससे नीति-निर्माण में महिलाओं की अधिक भागीदारी होगी और शासन व्यवस्था सुचारू रूप से चलेगी।
उपराष्ट्रपति ने आज राजस्थान में झुंझुनू जिले के संगासी स्थित महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम शिरकत की। इस अवसर पर विद्यार्थियों के साथ संवाद करते हुए उन्होंने कहा कि जब वे सैनिक स्कूल चित्तौड़गढ़ गए, तब उन्हें उम्मीद नहीं थी कि वहां लड़कियां भी पढ़ेंगी। उन्होंने खुशी जाहिर की कि अब झुंझुनू के सैनिक स्कूल में भी लड़कियों का प्रवेश हो चुका है। साथ ही मथुरा में केवल लड़कियों के लिए एक सैनिक स्कूल स्थापित किया गया है।
उपराष्ट्रपति ने इस बात पर भी गर्व जताया कि अब लड़कियां लड़ाकू विमान उड़ाने के साथ ही भारतीय सेना में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। झुंझुनू जिले को नारी सशक्तिकरण का प्रतीक बताते हुए उन्होंने जिले की दो महिलाओं कमला बेनीवाल और सुमित्रा सिंह का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि कमला बेनीवाल विधायक, मंत्री और राजस्थान की उप मुख्यमंत्री रही हैं, साथ ही गुजरात की राज्यपाल भी बनीं। वहीं सुमित्रा सिंह कई बार विधानसभा सदस्य रहीं, मंत्री बनीं और राजस्थान विधानसभा की अध्यक्ष भी बनीं।
भारत जल्द ही जापान और जर्मनी को पीछे छोड़कर विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा
उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है। हमने इंग्लैंड को पीछे छोड़ दिया है और जल्द ही जापान और जर्मनी को भी पीछे छोड़कर विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे। आज का भारत वैसा ही है, जैसा प्राचीन समय में विश्व गुरु हुआ करता था। उन्होंने छात्रों से कहा कि वे स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें, क्योंकि यदि वे खुद स्वस्थ नहीं रहेंगे तो दूसरों की मदद करने के बजाय खुद को मदद मांगनी पड़ेगी। उन्होंने बच्चों से कहा कि अपनी सोच को सदैव सकारात्मक व ऊंची रखें।
छात्रों को किया दिल्ली आमंत्रित
उपराष्ट्रपति ने स्कूल के बच्चों को दिल्ली आने का निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे समूहों में छात्रों को दिल्ली बुलाया जाएगा, जहां उनके रहने-खाने की पूरी व्यवस्था की जाएगी। इस दौरान वे संसद भवन, राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री संग्रहालय और वॉर मेमोरियल का दौरा कर सकेंगे। उन्होंने स्कूली बच्चों को सिलेबस के अलावा भी किताबें पढ़ने का आग्रह किया और कहा कि स्कूल के पुस्तकालय में उनके द्वारा 1000 पुस्तक भेजी जाएंगी जो आपकी रुचि की होगी, जिनका निश्चित लाभ विद्यार्थियों को मिलेगा।
इस मौके पर प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग व जिले के प्रभारी मंत्री अविनाश गहलोत, झुंझुनू विधायक राजेंद्र भांबू, नवलगढ़ विधायक विक्रम सिंह जाखल समेत सैकड़ों की संख्या में स्कूली बच्चे, जनप्रतिनिधि और ग्रामीण मौजूद रहे।