Tuesday, December 10, 2024
More

    2022 में परिवर्तन के दौर से जूझता रहा भारतीय क्रिकेट

    नयी दिल्ली ।  विराट कोहली के पाकिस्तान के खिलाफ लगाए गए कलात्मक छक्कों ने कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक क्रिकेट प्रशंसकों को भले ही जश्न मनाने का मौका दिया अन्यथा वर्ष 2022 में भारतीय क्रिकेट परिवर्तन के दौर से ही गुजरता रहा जिसमें उसे कुछ निराशाजनक परिणाम भी मिले।

    virat-kohli-test
    virat-kohli test
    virat kohali t-20

    भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छी खबर 48000 करोड़ रुपए का आईपीएल मीडिया अधिकार करार रहा जिससे क्रिकेट के पारिस्थितिक तंत्र में बाजार के महत्व का पता चलता है। मैदान पर हालांकि भारतीय टीम कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाई। इसकी शुरुआत दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट श्रृंखला की हार से हुई जिसके बाद कोहली ने लंबे प्रारूप की कप्तानी छोड़ दी। इस बीच भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) से भी उनके अच्छे संबंध नहीं रहे तथा उन्हें वनडे की कप्तानी से हटा दिया गया।

    Rohit-Sharma

    यह सब जनवरी में हुआ और साल के समाप्त होने तक कोहली के उत्तराधिकारी रोहित शर्मा से टी20 टीम की कप्तानी चली गई। उनकी जगह हार्दिक पंड्या को सबसे छोटे प्रारूप का कप्तान बनाया गया है। रोहित को टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड के हाथों हार का खामियाजा भुगतना पड़ा।

    भारतीय टीम ने द्विपक्षीय श्रृंखलाओं में बेहतर प्रदर्शन किया लेकिन वैश्विक प्रतियोगिताओं में वह फिर से अपनी छाप छोड़ने में नाकाम रही। कुछ द्विपक्षीय श्रृंखलाओं में प्रतिस्पर्धा भी खास नहीं थी। यही वजह रही विराट कोहली के अफगानिस्तान (टी20) और बांग्लादेश (वनडे) के खिलाफ लगाए गए शतक लोगों का बहुत अधिक ध्यान नहीं खींच पाए।

    ishant-and-shaha

    कोहली के पाकिस्तान के हारिस रऊफ पर लगाए गए छक्के की चर्चा क्रिकेट जगत में खूब रही लेकिन कप्तान रोहित और केएल राहुल सहित शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों का टी20 विश्व कप में ढीला रवैया भी चर्चा का विषय बना। इस बीच मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के कुछ फैसलों को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।

    Hardik-Pandya

     

    फिर चाहे वह तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को पूरी तरह फिट नहीं होने के बावजूद आस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 श्रृंखला में उतारना हो या फिर टी20 विश्व कप में युजÞवेंद्र चहल का उपयोग नहीं करना या बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में मैन आफ द मैच चुने गए कुलदीप यादव को अगले टेस्ट में से बाहर करना हो। द्रविड़ किसी भी समय यह साबित नहीं कर पाए कि वह एक चतुर रणनीतिकार हैं।

    रोहित की खराब फॉर्म भी एक मसला रहा लेकिन सबसे अधिक निराश केएल राहुल ने किया। यह स्पष्ट हो गया कि चेतन शर्मा की अगुवाई वाली चयन समिति ने उनमें नेतृत्वकर्ता का जो गुण देखा था उसमें वह खरे नहीं उतर पाए। यही वजह रही कि टी20 में उनकी जगह सूर्यकुमार यादव और वनडे में हार्दिक पंड्या को उपकप्तान नियुक्त कर दिया गया।

    Fg4M6CwVEAAFOgW
    सूर्यकुमार यादव

    श्रेयस अय्यर का टेस्ट और वनडे में लगातार अच्छा प्रदर्शन और ज्षभ पंत का टेस्ट मैचों में मैच विजेता प्रदर्शन जैसे कुछ सकारात्मक पहलू भी रहे। शुभमन गिल ने भी शीर्ष स्तर पर अपनी क्षमता दिखाई जबकि इशान किशन ने अपने कौशल की झलक बिखेरी।

    इस साल इशांत शर्मा और रिद्धिमान साहा के अंतरराष्ट्रीय करियर का भी अंत हुआ। शिखर धवन को भी लगातार लचर प्रदर्शन के बाद अब बाहर कर दिया गया है और उनकी वापसी भी संभव नहीं लग रही है। भारतीय टीम के टी20 विश्व कप में लचर प्रदर्शन के बाद चेतन शर्मा की अगुवाई वाली चयन समिति को बीसीसीआई ने बर्खास्त कर दिया था।

    rohit-virat-rahul
    rohit-virat-rahul

    महिला क्रिकेट में लगभग दो दशक तक भारतीय टीम के मुख्य अंग रहे मिताली राज और झूलन गोस्वामी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा। मिताली की जगह लेने के लिए काफी बल्लेबाज हैं लेकिन हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली टीम के गेंदबाजों को देखते हुए लग रहा है की झूलन की जगह भरना आसान नहीं होगा।

    रेणुका सिंह को छोड़कर किसी भी तेज गेंदबाज ने प्रभाव नहीं छोड़ा और यही कारण रहा कि शिखा पांडे ने 15 महीने बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की। इस बीच एक सीनियर खिलाड़ी के साथ मतभेद के कारण रमेश पोवार को महिला टीम के कोच पद से हटा दिया गया।

    sourav-ganguly
    sourav-ganguly

    प्रशासनिक स्तर पर पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का बीसीसीआई अध्यक्ष के रूप में कार्यकाल खत्म हुआ। उच्चतम न्यायालय से उन्हें आगे भी अध्यक्ष बने रहने की अनुमति मिल गई थी लेकिन बोर्ड ने उनकी जगह पूर्व तेज गेंदबाज रोजर बिन्नी को कमान सौंप दी।

    RELATED ARTICLES

    Most Popular