Manoj Kumar Yadav
मोहनलालगंज के हुलासखेड़ा गांव में स्थित करैला झील की आद्रभूमि संवर्धन के लिये जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन
लखनऊ । विश्व आद्रभूमि दिवस के मौके पर पर्यावरण, वन एंव जलवायु परिवर्तन विभाग उ०प्र०द्वारा विभिन्न संस्थाओ के सहयोग से बुधवार को मोहनलालगंज विकासखंड के हुलासखेड़ा गांव में स्थित करैला झील की आद्रभूमि संवर्धन हेतु जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जागरूकता कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि ममता संजीव दुबे, प्रधान मुख्य वन संरक्षक उ०प्र० ने करते हुये अपने सम्बोधन मे कहा कि इस कार्यक्रम का संचालन करने का एकमात्र उद्देश्य है कि प्रदेश में आद्र भूमि का संरक्षण व संवर्धन किया जाए।यह हमारे लिये गौरव की बात है,हमारे यहा करैला झील के रूप में एक प्राकृतिक झील अवस्थित है,जो प्राकृतिक आद्रभूमि है,यहां सिर्फ प्रवासी पक्षी ही नही आते,बल्कि यह भूमि इकोसिस्टम के लिहाज से भी काफी अच्छी है।
हम सब सहयोग करे एवं आद्रभूमि संवर्धन में अपना-अपना योगदान दे तो निश्चय ही हम प्राकृतिक आद्रभूमि को बचाने में कामयाब हो सकेगे।उन्होने बताया की इससे न केवल ग्राउंडवाटर रिचार्ज होगा बल्कि कृषि के लिहाज से भी यह काफी उपयोगी रहेगी।
अपर मुख्य वन सरंक्षक( प्रोजेक्ट टाइगर) कमलेश कुमार ने कहा सभी ग्रामीण एवं क्षेत्रीय लोगो को यह जिम्मेदारी लेनी होगी ली झील के संवर्धन के लिये हर संभव प्रयास करें एवं अपने स्तर से भी लोगो को जागरूक करें।प्रवासी पक्षियों व एक सुंदर वातावरण का निर्माण करने कर साथ-साथ इकोसिस्टम के लिये भी बेहद आवश्यक है।
डा०भीमराव अम्बेडर विश्वविद्यालय लखनऊ के प्रोफेसर वैकटेंस प्रसाद ने अतिथियों को पुष्प गुच्छ भेटकर स्वागत किया।इस मौके पर मुख्य वन संरक्षक(इको विकास) नीरज कुमार,डीएफओ डा०रवि कुमार सिहं,एसपीओ रवीन्द्र नाथ गुप्ता,क्षेत्रीय वन अधिकारी अरविंद मिश्रा,प्रधान नीता सिहं,फारूकी रहमान,अभिषेक दीक्षित सहित काफि सख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।