सिडनी । भारतीय क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले कोई अभ्यास मैच न खेलने का फैसला किया है, जिससे इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन हैरान हैं। वॉन ने इस फैसले को लेकर आशंका जताई है कि बिना किसी प्रतिस्पर्धी अभ्यास के भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया जैसी मुश्किल परिस्थितियों में अपनी प्रतिस्पर्धी मानसिकता के साथ कैसे खेलेगी।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला 22 नवंबर से पर्थ में शुरू होगी। यह पहला मौका है जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया के दौरे से पहले किसी घरेलू टीम के खिलाफ अभ्यास मैच न खेलने का निर्णय लिया है। पिछले दो दौरों पर भारतीय टीम ने अभ्यास मैच खेले थे, लेकिन इस बार भारतीय टीम ने इंट्रा-स्क्वाड मैच तक खेलने से मना कर दिया है।
वॉन ने फॉक्स स्पोर्ट्स से बातचीत करते हुए कहा, “मुझे यह समझ में नहीं आ रहा कि भारत जैसी मजबूत टीम, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलने से पहले इंट्रा-स्क्वाड मैच क्यों खेलना चाहती है। बिना प्रतिस्पर्धी अभ्यास के वे कैसे मैदान में उतरेंगे, यह समय ही बताएगा।
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भारत ने अपनी ए टीम के साथ तीन दिवसीय इंट्रा-स्क्वाड मैच भी नहीं खेलने का फैसला किया है और अब पूरी तरह से पर्थ के वाका स्टेडियम की मुख्य पिच पर उछाल पर अभ्यास करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। भारतीय टीम प्रबंधन का मानना है कि वाका पिच पर उछाल ऑस्ट्रेलिया की पिचों के जैसा है, जिससे बल्लेबाजों को फायद होगा।
वॉन ने इस फैसले पर हैरानी जताते हुए कहा, “यह बहुत ही चौंकाने वाला है कि भारतीय टीम एक भी अभ्यास मैच नहीं खेलना चाहती। हालांकि, वाका की पिच में वही उछाल है, जो ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट पिचों में देखने को मिलता है, लेकिन फिर भी एक अभ्यास मैच से टीम को फायदा होता।
गौरतलब है कि पिछले साल ऑस्ट्रेलिया ने भी भारत और इंग्लैंड के दौरे पर कोई अभ्यास मैच नहीं खेले थे, लेकिन अब भारतीय टीम का बिना प्रतिस्पर्धी अभ्यास के ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उतरने का फैसला क्रिकेट विशेषज्ञों और फैंस के लिए एक बड़ा सवाल बन गया है।