नयी दिल्ली । भारत के तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी, जो 2023 वर्ल्ड कप फ़ाइनल के बाद से क्रिकेट से दूर थे, अब प्रतिस्पर्धात्मक क्रिकेट में अपनी वापसी के लिए तैयार हैं। शमी को 13 नवंबर से इंदौर में मध्य प्रदेश के खिलाफ बंगाल की रणजी ट्रॉफ़ी मुकाबले के लिए टीम में शामिल किया गया है। यह मैच उनके लिए एक अहम मौका है, ताकि वह अपनी फिटनेस को साबित कर सकें और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की अपनी उम्मीदों को जीवित रख सकें।
मोहम्मद शमी पिछले काफी समय से चोटों के कारण क्रिकेट से बाहर थे। उनकी एंकल की सर्जरी के बाद रिकवरी की प्रक्रिया अपेक्षाकृत लम्बी रही, जिससे वह समय-समय पर अपनी फिटनेस को लेकर सवालों का सामना कर रहे थे। शमी ने पिछले छह महीने बेंगलुरु के राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में बिताए, जहाँ उन्होंने अपनी एंकल टेंडन की सर्जरी से रिकवरी की और फिर एंकल में सूजन तथा साइड-स्ट्रेन के कारण उनके रिहैब पर काफी समय व्यतीत हुआ।
मोहम्मद शमी की फिटनेस को लेकर बीसीसीआई और टीम चयनकर्ताओं द्वारा बारीकी से निगरानी रखी जा रही थी, खासकर तब, जब बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी की शुरुआत से पहले शमी को लेकर तमाम सवाल उठ रहे थे। हालांकि, वह इस सीरीज़ के लिए टीम में शामिल नहीं किए गए हैं, फिर भी उनका रणजी ट्रॉफ़ी में वापसी करना एक सकारात्मक संकेत है, जो उनकी पुनः फिटनेस को साबित करने का एक अच्छा अवसर होगा।
रणजी ट्रॉफ़ी के इस मुकाबले से पहले मोहम्मद शमी ने कहा था कि उनका उद्देश्य एक-दो रणजी ट्रॉफ़ी मैच खेलकर अपनी पूरी फिटनेस को साबित करना और फिर ऑस्ट्रेलिया जाने का रास्ता तलाशना है। हालांकि, अब उन्हें सिर्फ एक ही रेड-बॉल मैच खेलने का मौका मिलेगा, क्योंकि रणजी ट्रॉफ़ी सीज़न को दो हिस्सों में बांटा गया है और सफेद गेंद के टूर्नामेंट के शुरू होने से पहले सिर्फ एक ही राउंड बाकी है।
मोहम्मद शमी ने पिछले साल सितंबर में बांग्लादेश के खिलाफ घरेलू श्रृंखला के दौरान वापसी की योजना बनाई थी और उन्हें दलीप ट्रॉफ़ी के लिए नामित भी किया गया था, लेकिन इसके बीच में ही उन्हें एक और शारीरिक परेशानी का सामना करना पड़ा। उनके बाएं घुटने में सूजन आ गई थी, जिसके कारण उनकी रिहैब में और देरी हो गई। इस झटके की जानकारी रोहित शर्मा ने भी दी थी, जिनकी रिपोर्ट के मुताबिक शमी की रिकवरी पर असर पड़ा था।
अब मोहम्मद शमी अपनी फिटनेस को साबित करने के लिए केवल एक मुकाबला खेल पाएंगे। यह मुकाबला उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके आधार पर यह तय हो सकता है कि वह अगले कुछ महीनों में भारतीय टीम में वापस शामिल हो पाएंगे या नहीं। शमी की वापसी से टीम के अन्य तेज़ गेंदबाज़ों को भी प्रेरणा मिलेगी, खासकर जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, आकाशदीप, प्रसीद्ध कृष्णा और हर्षित राणा जैसे गेंदबाज़ों के साथ भारतीय पेस अटैक को और मजबूत किया जा सकता है।
बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा जारी किए गए प्रेस रिलीज़ में शमी की वापसी को लेकर खुशी जाहिर की गई है। प्रेस रिलीज़ में कहा गया, “भारतीय क्रिकेट और बंगाल रणजी ट्रॉफ़ी टीम के लिए यह एक बड़ी खुशख़बरी है कि स्टार पेसर मोहम्मद शमी बुधवार से इंदौर में शुरू हो रहे रणजी ट्रॉफ़ी के एलीट ग्रुप सी मैच में मध्य प्रदेश के खिलाफ बंगाल के लिए प्रतिस्पर्धात्मक क्रिकेट में वापसी करेंगे। शमी का बंगाल टीम में शामिल होना न केवल टीम के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन होगा, बल्कि यह पूरे दल के मनोबल को भी बढ़ाएगा, जिसका लक्ष्य रणजी ट्रॉफ़ी के अगले चरण में प्रवेश करना है।
शमी की वापसी से केवल बंगाल की टीम ही नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट के समर्थक भी खुश हैं, क्योंकि उनका अनुभव और कौशल टीम के लिए एक अमूल्य संपत्ति साबित हो सकते हैं। शमी की वापसी भारतीय क्रिकेट में तेज़ गेंदबाज़ी के क्षेत्र में एक नया अध्याय जोड़ सकती है, खासकर जब टीम को आगामी अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में तेज़ गेंदबाज़ों की आवश्यकता होगी।