प्राविधिक विश्वविद्यालयो व निजी क्षेत्र के संस्थाओ के मध्य 10 एमओयू हस्ताक्षरित हुये
लखनऊ। प्रोद्योगिकी प्रगति एवं औद्योगिक आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु न्यू एज कोर्सेज के ज्ञान से परिपूर्ण कुशल तथा प्रशिक्षित युवा शक्ति को रोजगारपरक व आत्मनिर्भर बनाये जाने के उद्देश्य से निजी क्षेत्र के संस्थाओ के मध्य पारस्परिक सहयोग की भावना के साथ 10 समझौता ज्ञापन (एमओयू) हस्ताक्षरित हुये।
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878 करोड़ रूपये के एमओयू से 17 लाख से अधिक युवाओं को मिलेगा कौशल प्रशिक्षण
प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व मे युवाओं के स्कील डेवलपमेंट पर फोकस किया जा रहा है। देश-विदेश में उत्तर प्रदेश के मैनपावर पर भरोसा जताया जा रहा है। प्रधानमंत्री के विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने में उत्तर प्रदेश महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश को विकसित प्रदेश बनाया जा रहा है। उन्होंने एमओयू करने आये कम्पनियों के अधिकारियों को भरोसा दिलाया कि उत्तर प्रदेश सरकार पूरी तरह उनका सहयोग करेगी।
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प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने चयनित व्याख्याताओ को दिये नियुक्ति पत्र
एमओयू वर्चुवल इनटर्नशिप कार्यक्रम, आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, डेटा एनालिटिक्स सहित विविध प्रकार के क्षेत्रो को कवर करते है, जो आज के प्रौद्योगिकी परिदृष्य में कैरियर डेवलपमेन्ट और नवाचार के लिये महत्वपूर्ण है। एमओयू के फलस्वरूप 878 करोड़ रूपये के कौशल विकास व प्रशिक्षण प्राप्त होंगे। जिसके फलस्वरूप तकनीकी एवं कौशल क्षेत्र से जुड़े लगभग 17 लाख 11 हजार छात्र व छात्राएं एवं युवा लाभान्वित होंगे। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश शिक्षा के गुणवत्ता को बेहतर किया गया है। आज प्रदेश की दो यूनिवर्सिटी को नैक ग्रेडशन मिल चुका है। युवाओं को सिर्फ किताबी ज्ञान पर नही बल्कि प्रेटिकल पर फोकस किया जा रहा है।
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अर्थव्यवस्था को 1 ट्रिलियन डालर तक ले जाने में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका
प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में युवाओं को हुनरमंद बनाकर उन्हे रोजगार व स्वरोजगार से जोड़ा जा रहा है। प्रधानमंत्री के देश को तीसरी अर्थव्यवस्था तक ले जाने तथा प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 1 ट्रिलियन डालर तक ले जाने में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि युवाओं को आधुनिक तकनीकों एवं उद्योगों के अनुरूप कोर्स संचालित कर उन्हें कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है, जिससे युवाओं को रोजगार के लिए भटकना नही पड़ रहा है।
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इसी के अन्तर्गत विभिन्न कम्पनियों के साथ एमओयू हस्ताक्षर हुये है। ये कम्पनियां लगभग 17 लाख से अधिक युवाओं का कौशल विकास एवं प्रशिक्षण प्रदान करेंगी। समझौता ज्ञापन (एमओयू) से प्रदेश की युवा शक्ति को उद्योगो की मांगो के अनुरूप तकनीकी क्षेत्र एवं कौशल विकास के क्षेत्र में शिक्षित व प्रशिक्षित कर प्रदेश की अर्थव्यवस्था की गति बढ़ाये जाने में महत्वपूर्ण लाभ प्राप्त होंगे।
व्याख्याताओ को नियुक्ति पत्र प्रदान कर उनके उज्जवल भविष्य की कामना
मुख्यमंत्री सलाहकार के. वी. राजू ने कहा कि प्रदेश को वन ट्रिलियन डालर इकोनॉमी की अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में प्रभावी तथा सकारात्मक प्रयास करने हेतु प्रोत्साहित किया गया। उन्होंने उपस्थित संस्थाओ को प्रदेश के विकास में उनकी भूमिका व सहयोग की सराहना की। प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने प्राविधिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत राजकीय पालिटेक्निक संस्थानो हेतु केमिकल इंजीनियरिंग, आटो इंजीनियरिंग, डेयरी इंजीनियरिंग एवं एकाउन्टेसी एवं टैक्सेसन के क्षेत्र में नियुक्त व्याख्याताओ को नियुक्ति पत्र प्रदान कर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
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कुल 66 व्याख्याताओ को नियुक्ति प्रदान की गयी, जिनमें 13 महिलाएं व 53 पुरूष हैं। एमओयू हस्ताक्षर के समय प्रमुख सचिव, प्राविधिक शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता विभाग एम. देवराज, विशेष सचिव, व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता श्री अभिषेक सिंह, विशेष सचिव प्राविधिक शिक्षा अन्नावि दिनेश कुमार, वेद प्रकाश शर्मा, निदेशक श्रम एवं सेवायोजन कुणाल सिल्कू सहित कम्पनियों के प्रतिनिधि एवं अधिकारीगण उपस्थित रहे।