डा0 शर्मा का साहित्य सेवा के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान रहा-कुॅवर मानवेन्द्र सिंह
साहित्य के बिना समाज का उत्थान एवं विकास संभव नहीं है जरूरी है कि साहित्य, कला एवं संस्कृति के विकास पर ध्यान दिया जाये – डा. ब्रह्मदेव तिवारी
लखनऊ। विधान परिषद के सभापति कुँवर मानवेंद्र सिंह द्वारा आज विधान परिषद कक्ष में प्रयागराज के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. राजकुमार शर्मा पर केंद्रित अंक का विमोचन किया गया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. पवन पुत्र बादल, डॉ. ब्रह्मदेव तिवारी आईएएस,डा.राजेश सिंह प्रमुख सचिव विधान परिषद, प्रमोद गोस्वामी, सुरेन्द्र दुबे वरिष्ठ पत्रकार उपस्थित थे।
प्रयागराज से वर्ष 1976 में प्रकाशन प्रारंभ करने वाली नूतन कहानियां मासिक पत्रिका ने दैनिक भास्कर के लखनऊ व्यूरो प्रमुख रहे वरिष्ठ पत्रकार सुरेन्द्र अग्निहोत्री के संपादन में वर्ष 2018 से साहित्य,कला एवं संस्कृति की पत्रिका के रूप में परिवर्तित हो कर साहित्य जगत में अलग पहचान स्थापित करने में सफल हुईं है। कार्यक्रम का संचालन प्रेम शंकर अवस्थी ने किया।
कार्यक्रम में डॉ. राजकुमार शर्मा की पुत्री कुमकुम शर्मा ने अनेक संस्मरण सुनाए और अग्निहोत्री जी को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए माननीय सभापति विधान परिषद कुँवर मानवेंद्र सिंह ने कहा कि साहित्य, कला संस्कृति की मासिक पत्रिका नूतन कहानियाँ विशेषांक के माध्यम से हमारी पुरानी पीढ़ी के साहित्यकारों पर केन्द्रित अंक निकाल कर महत्वपूर्ण कार्य कर रही है।
डा0 राजकुमार शर्मा का साहित्य सेवा के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान रहा। इस कार्य के लिए संपादक सुरेन्द्र अग्निहोत्री बधाई के पात्र हैं। डॉ पवन पुत्र बादल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि नूतन कहानियां के रूप में परिवर्तन के लिए संपादक को बधाइयां दी तथा इसी तरह भविष्य में भी अनेक साहित्यकारों/पत्रकारों पर विशेषांक निकालने के लिए प्रेरित किया।
डा. ब्रह्मदेव तिवारी आईएएस ने कहा कि साहित्य के बिना समाज का उत्थान एवं विकास संभव नहीं है इसलिए जरूरी है कि साहित्य, कला एवं संस्कृति के विकास पर ध्यान दिया जाये। महादेवी वर्मा, निराला जी, पंत जी के सानिध्य में कार्य करने बाले डा0 राजकुमार शर्मा पर केन्द्रित अंक निकाल कर सुरेन्द्र अग्निहोत्री ने महत्वपूर्ण कार्य किया है।
इस अवसर पर डा0 राजेश सिंह प्रमुख सचिव विधान परिषद, सुरेश गुप्ता विदेश सेवा के वरिष्ठ अधिकारी, वरिष्ठ पत्रकार सुरेश द्विवेदी, विजय निगम, राजेन्द्र सिंह संपादक दैनिक भास्कर, वीरेन्द्र सक्सेना पूर्व सूचना आयुक्त आदि मौजूद रहे।