लखनऊ| रेलवे ट्रैक पर मालगाड़ियों का लोड कम करने के लिए रेलवे बोर्ड ने मिशन शेषनाग की शुरुआत की है। बुधवार को शेषनाग ने रेलवे की उम्मीदों पर खरा उतरते हुये लखनऊ से मुरादाबाद तक बिना रुके सरपट दौड़ी। तीन मालगाड़ियां को आपस में जोड़कर शेषनाग को रवाना किया गया था | शेषनाग का अंतिम पड़ाव अंबाला रेलवे स्टेशन होगा।
बुधवार को लखनऊ मंडल द्वारा ‘शेषनाग ट्रेन’ का सफल परिचालन किया गया | यह एक लॉन्ग हॉल ट्रेन है जोकि तीन मालगाड़ियों को एकसाथ जोड़कर बनाई गई है| इस शेषनाग मालगाड़ी में 126 माल डिब्बे, 3 ब्रेकवान तथा 3 विद्युत इंजन लगे हुए थे, इस मालगाड़ी की लम्बाई लगभग 2 किलोमीटर के करीब है| यह प्रयास लखनऊ- मुरादाबाद- अम्बाला रेलखंड मार्ग में अति शीघ्र अथवा कम समय में एक ही बार में 3 मालगाड़ियों के परस्पर संचालन का सफल प्रयास है | यह शेषनाग मालगाड़ी लखनऊ यार्ड से समय 09:32 सुबह चलकर मुरादाबाद स्टेशन पर 17:00 बजे शाम को पहुंची |
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबन्धक उत्तर रेलवे जगतोष शुक्ला ने बताया इस शेषनाग मालगाड़ी के निर्माण में मंडल रेल प्रबंधक सुरेश कुमार सपरा के कुशल मार्गदर्शन तथा वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक केकेरोरा एवं लखनऊ यार्ड के कर्मचारियों के प्रदिबद्ध प्रयास से इस शेषनाग मालगाड़ी का सफल परिचालन किया गया |