लखनऊ। कानपुर नगर समाज के सभी वर्गों में जहाँ एक ऒर कोरोना से बचाव की जानकारी और जागरूकता का मूल मंत्र दे रहा है।वही दूसरी ऒर आज 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष में “वर्तमान परिवेश में योग की प्रासंगिकता” विषय पर सावधान मूवमेंट ने वेबीनार का आयोजन किया। वेबीनार का शुभारंभ आईआईटी कानपुर के योगाचार्य डा0 एसएल यादव मूवमेंट के संरक्षक एवं कार्यक्रम अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना डॉ सुधांशु राय एवं भारत उत्थान न्यास महिला प्रमुख डॉक्टर कामायनी शर्मा द्वारा किया गया। सह संयोजिका सुरभि द्विवेदी ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
संयोजिका डॉक्टर कामायनी शर्मा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और वेबीनार की रूपरेखा के बारे में बताया। मुख्य वक्ता डॉ एस एल यादव ने योग की अवधारणा और महत्व के बारे में व्यापक चिंतन प्रस्तुत किया उन्होंने बताया कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना पड़ेगा।उन्होंने कहा आप स्वयं के स्वास्थ्य के चौकीदार हो और इस कार्य के लिए आपको अपने जीवन में योग को अपनाना ही पड़ेगा । वेबीनार की अध्यक्षता करते हुए डा0 सिधांशु राय ने कहा योग को अपनाकर कोरोना को हराया जा सकता है
उन्होंने कहा आज पूरे विश्व में योग के द्वारा भारत की ब्रांडिंग हुई है। सह संयोजिका भावना श्रीवास्तव ने कहा उन्होंने योग के द्वारा अपने जीवन का पुनः शुभारंभ किया है । पंकज शर्मा जी ने योग पर रचना प्रस्तुत की। डा0 अनुराग पांडेय ने आज्ञा चक्र के बारे में अपनी जिज्ञासाएं रखी जिसका जवाब मुख्य वक्ता द्वारा प्रदान किया गया ! सुरभि दिवेदी ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। डा0 अपूर्वा वसिष्ठ जी ने भी प्रकृति प्रेम का संदेश दिया। वेबीनार में पूर्व वित्त अधिकारी संध्या मोहन डॉ रचना पांडे् ओमप्रकाश , शिवांगी द्विवेदी इत्यादि ने प्रतिभाग किया ।
संयोजिका डॉक्टर कामायनी शर्मा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और वेबीनार की रूपरेखा के बारे में बताया। मुख्य वक्ता डॉ एस एल यादव ने योग की अवधारणा और महत्व के बारे में व्यापक चिंतन प्रस्तुत किया उन्होंने बताया कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना पड़ेगा।उन्होंने कहा आप स्वयं के स्वास्थ्य के चौकीदार हो और इस कार्य के लिए आपको अपने जीवन में योग को अपनाना ही पड़ेगा । वेबीनार की अध्यक्षता करते हुए डा0 सिधांशु राय ने कहा योग को अपनाकर कोरोना को हराया जा सकता है उन्होंने कहा आज पूरे विश्व में योग के द्वारा भारत की ब्रांडिंग हुई है।
सह संयोजिका भावना श्रीवास्तव ने कहा उन्होंने योग के द्वारा अपने जीवन का पुनः शुभारंभ किया है । पंकज शर्मा जी ने योग पर रचना प्रस्तुत की। डा0 अनुराग पांडेय ने आज्ञा चक्र के बारे में अपनी जिज्ञासाएं रखी जिसका जवाब मुख्य वक्ता द्वारा प्रदान किया गया। सुरभि दिवेदी ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। डा0 अपूर्वा वसिष्ठ ने भी प्रकृति प्रेम का संदेश दिया। वेबीनार में पूर्व वित्त अधिकारी संध्या मोहन डॉ रचना पांडे् ओमप्रकाश , शिवांगी द्विवेदी इत्यादि ने प्रतिभाग किया ।