जयपुर। राज्य में मतदाताओं की संख्या बढ़कर 5 करोड़ 45 लाख 69 हज़ार 501 हो गयी है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि मतदाता सूचियों में नाम जोड़ने, हटाने, त्रुटियों एवं विसंगतियों को संशोधित करने के क्रम में विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (एसएसआर) कार्यक्रम-2025 के तहत अंतिम मतदाता सूचियों का प्रकाशन किया गया है।
अक्टूबर 2024 में प्रारूप मतदाता सूचियों के प्रकाशन के बाद संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम-2025 के दौरान 13,77,761 मतदाताओं के नाम जोड़े गए है। इस अवधि में प्रदेशभर में 2,88,038 मतदाताओं के नाम मृत्यु अथवा स्थायी रूप से स्थानांतरण के आधार पर हटाए गए हैं। इस प्रकार, प्रारूप सूचियों के प्रकाशन के बाद से राजस्थान में पंजीकृत मतदाताओं की संख्या में 10,89,723 की शुद्ध वृद्धि हुई है। वर्तमान में राज्य में कुल 52,469 मतदान केंद्र हैं।
सभी विधानसभा क्षेत्रों की अंतिम मतदाता सूचियों में 5,45,69,501 मतदाता पंजीकृत
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सभी विधानसभा क्षेत्रों की अंतिम मतदाता सूचियों में अब कुल 5,45,69,501 मतदाता पंजीकृत हैं। इनमें 2,82,46,146 पुरूष, 2,63,22,684 महिला एवं 671 थर्ड जेंडर मतदाता सम्मिलित हैं। अब 18-19 वर्ष आयु के 14,82,879 मतदाता सूचियों में पंजीकृत हैं। इसी प्रकार, प्रदेश में दिव्यांग तथा 80 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं की कुल संख्या 5,73,262 तथा 13,48,023 है। गौरतलब है कि अप्रैल-मई 2024 में संपन्न लोकसभा चुनाव के समय राजस्थान में पंजीकृत मतदाताओं की कुल संख्या 5,32,09,798 थी।
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मतदाता-जनसंख्या का अनुपात अब तक का सर्वाधिक
राजस्थान में प्रकाशित अंतिम मतदाता सूचियों के अनुसार, पंजीकृत मतदाताओं के लैंगिक अनुपात में काफी सुधार हुआ है। प्रारूप सूचियों के प्रकाशन के समय प्रदेश में प्रति 1,000 पुरुष मतदाताओं पर महिला मतदाताओं की संख्या का औसत अनुपात अक्टूबर 2024 में 924 की तुलना में अब बढ़कर 932 हो गया है, जो अब तक का सर्वाधिक मतदाता लैंगिक अनुपात है।
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नए आंकड़ों के अनुसार प्रति 1,000 जनसंख्या की तुलना में पंजीकृत मतदाताओं की संख्या (मतदाता-जनसंख्या अनुपात) का औसत भी 650 की तुलना में बढ़कर 663 हो गया है। मतदाता-जनसंख्या का यह अनुपात भी अब तक का सर्वाधिक है। उन्होंने बताया कि राज्य में सभी मतदाताओं के लिए मतदाता पहचान-पत्र (एपिक) जारी करने की प्रक्रिया चल रही है।
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नवीन महाजन ने बताया कि अंतिम प्रकाशित सूचियों के अनुसार एसएसआर कार्यक्रम-2025 के दौरान करौली विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या में सर्वाधिक 5.03 प्रतिशत, कोटा दक्षिण में 5.02 प्रतिशत और अलवर ग्रामीण (अनुसूचित जाति) क्षेत्र में 4.75 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। इस क्रम में बांसवाड़ा जिले के गढ़ी (अनुसूचित जनजाति), उदयपुर जिले के सलूम्बर (अनुसूचित जनजाति) और जयपुर जिले के सिविल लाइन्स निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाताओं की संख्या में सबसे कम 0.13, 0.22 और 0.31 प्रतिशत की ही वृद्धि हुई है।
सबसे अधिक और सबसे कम महिला मतदाता जयपुर जिले में
अंतिम मतदाता सूचियों के अनुसार, प्रदेश में सर्वाधिक 4,53,825 पंजीकृत मतदाता जयपुर जिले के झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में हैं. इसके अलावा बगरू (अनुसूचित जाति) में 3,76,348, सांगानेर में 3,69,992, विद्याधरनगर में 3,56,528 और जोधपुर जिले के लूणी विधानसभा क्षेत्र में 3,48,165 मतदाता हैं।
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इसी तरह, राजस्थान में सबसे कम पंजीकृत मतदाता जयपुर जिले के किशनपोल विधानसभा क्षेत्र में 1,97,009, जोधपुर में 2,04,251 धौलपुर जिले के बसेड़ी (अनुसूचित जाति) क्षेत्र में 2,12,188 कोटा जिले के सांगोद में 2,13,131 तथा पीपल्दा में 2,14,395 मतदाता हैं। वहीं सबसे अधिक और सबसे कम महिला मतदाता भी जयपुर जिले में हैं।
जिले के झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक 2,18,669 महिला मतदाता पंजीकृत हैं, जबकि सबसे कम 94,540 महिला मतदाता किशनपोल विधानसभा क्षेत्र में पंजीकृत हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया की मतदाता सूचियों में नाम जोड़ने के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया अंतिम मतदाता सूचियों के प्रकाशन के बाद भी जारी रहेगी।
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इसके लिए भारत निर्वाचन आयोग के मतदाता सेवा पोर्टल, वोटर हेल्पलाइन एप तथा बीएलओ एप आदि का उपयोग किया जा सकता है। बता दें की आज प्रकाशित की गई ये सूचियां विभाग की वेबसाइट election.rajasthan.gov.in पर उपलब्ध हैं।