लखनऊ। रहमानखेड़ा स्थित पूर्व निर्धारित कंट्रोल रूम को प्रवेश द्वार पर स्थानान्तरित कर दिया गया है एवं मचान के आस-पास ‘नो-गो जोन” घोषित किया गया है। जिसकी निगरानी मचान पर कानपुर प्राणि उद्यान के डॉक्टर द्वारा की जा रही है।
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प्रभागीय वनाधिकारी अवध वन प्रभाग सितान्शु पांण्डेय ने बताया कि रहमानखेडा फार्म के पीछे जाने वाले मार्ग मीठेनगर गांव के पहले खड़ंजा मार्ग के बांये तरफ बाघ, वन्य जीव ने बीते 22 दिसम्बर को एक सांड़ का शिकार किया था। जिसका मृत शरीर जंगल में झाडी के अन्दर वन्य जीव खींचकर ले गया था। जिसको वहां से हटाकर खडंजा मार्ग के समीप झाड़ी के रिक्त स्थान पर रखा गया है।जिसकी निगरानी प्राणि उद्यान के डॉक्टर द्वारा की जा रही है।
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वन विभाग द्वारा तय की गयी रणनीति के अनुसार बाघ वन्य जीव को सुरक्षित ट्रैप करने हेतु कानपुर एवं लखनऊ प्राणि उद्यान के वेटनरी डाक्टरों की टीम वन्य जीव वाले संभावित स्थल पर मौके पर उपलब्ध है, जिससे वन्य जीव को सुरक्षित रेस्क्यू किया जा सके। वन विभाग एवं डब्लूटीआई की टीम द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में पेट्रोलिंग की कार्यवाही की जा रही है। वन्य जीव के रेस्क्यू हेतु उप प्रभागीय वनाधिकारी द्वारा वन विभाग की टीम के साथ रहमानखेड़ा में ही प्रवास किया जा रहा है।