Friday, September 13, 2024
More
    Homeउत्तर प्रदेशडॉक्टर से रेप-हत्याकांड : उत्तर प्रदेश में निजी डॉक्टरों की हड़ताल से...

    डॉक्टर से रेप-हत्याकांड : उत्तर प्रदेश में निजी डॉक्टरों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं हुईं प्रभावित

    निजी डॉक्टरों की हड़ताल से सरकारी अस्पतालों में मरीजों की भारी भीड़ रही, इलाज न मिलने से मरीज व तीमारदार  परेशान 

    लखनऊ। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक प्रशिक्षु महिला चिकित्सक से कथित दुष्कर्म और हत्या की घटना के विरोध में उत्तर प्रदेश में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) से जुड़े निजी डॉक्टरों ने शनिवार को काम पूरी तरह से ठप रखा। निजी डॉक्टरों की हड़ताल से उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित हुईं और सरकारी अस्पतालों में मरीजों की भारी भीड़ देखी गई।

    उधर, घटना को लेकर लखनऊ में लगातार प्रदर्शन कर रहे केजीएमयू के जूनियर डॉक्टरों ने हाथ में काली पट्टी बांधकर काला रक्षा बंधन मनाया और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

    जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से केजीएमयू में ओपीडी सेवाएं पूरी तरह से बाधित रहीं। सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों के संगठन प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ (पीएमएस) ने हड़ताली डॉक्टरों को नैतिक समर्थन देते हुए अस्पतालों में काम जारी रखा। निजी डॉक्टरों की हड़ताल के कारण सरकारी अस्पतालों में मरीजों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी ।

    आईएमए की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष डॉ. एमएम पालीवाल ने कहा, हमारे युवा डॉक्टर रात में मरीजों की जान बचाने के लिए अस्पतालों की आपात सेवाओं में काम करते हैं, लेकिन कब उनके साथ बलात्कार हो जाए, कब उनकी हत्या कर दी जाए, कुछ पता नहीं। हम डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए सरकार से कानून बनाने और अस्पतालों को अनिवार्य सुरक्षा अधिकारों के साथ सुरक्षित क्षेत्र घोषित करने की मांग करते हैं।

    पालीवाल ने कहा कि शनिवार सुबह से शुरू हुआ डॉक्टरों का कार्य बहिष्कार रविवार सुबह छह बजे तक जारी रहेगा, जिससे इस अवधि में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रहेंगी। उन्होंने कहा, हम प्रशिक्षु चिकित्सक के लिए न्याय की मांग करते हैं और आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में की गई तोड़फोड़ की निंदा करते हैं।

    लखनऊ में केजीएमयू के जूनियर डॉक्टरों ने हाथ में काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने सुनो द्रौपदी शस्त्र उठा लो, अब गोविंद ना आएंगे जैसे नारे लिखे पोस्टर थाम रखे थे।

    इस हड़ताल का असर केजीएमयू के साथ-साथ एसपीजीआई, राम मनोहर लोहिया अस्पताल, बलरामपुर अस्पताल, श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल, झलकारी बाई अस्पताल समेत निजी अस्पतालों में भी दिखा असर।

    उत्तर प्रदेश रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. हरदीप जोगी ने कहा, जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल आज छठें दिन भी जारी रही। आज भी प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज में ओपीडी और अन्य सेवाएं बाधित रहीं। महिला जूनियर डॉक्टरों ने पुरुष जूनियर डॉक्टरों को काली पट्टी बांधकर काला रक्षा बंधन मनाया।

    RELATED ARTICLES

    Most Popular