राज प्रताप सिंह
लखनऊ।बख्शी का तालाब तहसील अंतर्गत खनन माफिया स्थानीय राजस्व निरीक्षक,पुलिस व लेखपालों की साठ-गांठ से पीली मिट्टी का अवैध कारोबार धड़ल्ले से अंजाम दे रहे है। जबकि इस कारोबार में लगे डंफर आधा दर्जन लोगों की जान ले चुके हे। यही नहीं अवैध खनन से हो रहे बड़े आकर के गड्ढे आगामी बरसात के मौसम में जलभराव के बाद आमजन व जानवरों के लिये भी जानलेवा साबित होंगा।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक स्थानीय गांव निवासी पन्नालाल कहार को नगुआमऊ खुर्द में ककरा तालाब के पास सरकार द्वारा पट्टा आवंटित किया गया था। जिस पर खनन माफिया रॉयल्टी के नियम कानूनों को ताक पर रख कर लगभग 12 फिट से अधिक गहराई तक मिटटी की खुदाई कर अवैध खनन को धड़ल्ले से अंजाम दे रहे है।
जो उपजिलाधिकारी शिद्धार्थ के लाख प्रयासों के बावजूद भी बख्शी का तालाब तहसील के विभिन्न राजस्व गॉंवों में पीली मिट्टी का अवैध खनन थमने का नाम नहीं ले रहा है। स्थानीय पुलिस की सरपरस्ती में पीली मिट्टी का अवैध खनन दिन दूनी रात चौगुना खुलेआम फलफूल रहा है।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय थाने के कुछ पुलिसकर्मी इलाके में खनन माफियाओं से सांठगांठ कर रात में अवैध खनन कराकर अपनी जेबें भर रहे है।
पूर्व में क्षेत्राधिकारी नवीना शुक्ला ने खनन की लगातार मिल रही शिकायतों के तहत इलाके के कई राजस्व गॉंवों में अचानक छापेमारी कर हो रहे अवैध खनन को बंद कराकर कई डंफर सीज कर थाना प्रभारियों को इलाके में अवैध खनन न होने के कड़े निर्देश भी दे रखे हैं।बावजूद उसके इलाके के लेखपाल व स्थानीय थाने के पुलिसकर्मी खुलेआम रात में पीली मिट्टी का अवैध खनन कराकर अपनी जेबें भर कर सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे है।
रॉयल्टी के नाम पर खनन माफिया रॉयल्टी के मानक से ज्यादा मिटटी खनन स्थल से पुलिस एवं स्थानीय लेखपालों के संरक्षण में अधिक खोद रहे है।अगर रॉयल्टी जारी करने वाले सक्षम अधिकारी द्वारा खनन स्थल की जाच कर ली जाए तो रॉयल्टी के मानकों की पोल खुल जायेगी।
आधा दर्जन लोगों की जा चुकी है जान
अवैध खनन में लिप्त डंफरों ने एक वर्ष में 2 मासूम बच्चियों सहित आधा दर्जन लोगों की जान ले ली आपको बता दें कि तारनपुर गांव में अपने ननिहाल में रहकर बीकेटी के एक स्कूल में पढ़ाई कर रही दो सगी बहनें श्रष्टि(10)दृष्टि(8) 24 सितंबर 2021 की तड़के सुबह अपने स्कूल स्कूटी से जा रही थी तभी पीछे से आ रहे तेज रफ्तार डंफर ने टक्कर मार दी थी जिससे दोनों सगी बहनों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई थी।वहीं 9 दिसंबर 2021 को जितेंद्र यादव(30) निवासी हरदौरपुर को बिकामऊ अंडरपास के पास मिट्टी लदे डंफर ने रौंद दिया था।जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी।जिसके बाद 31 दिसंबर 2021 को संजय (46) निवासी हरदौरपुर चंद्रिका देवी रोड़ पर पैदल जा रहे थे।पीछे से आ रहे मिट्टी लदे डंफर ने रौंद दिया था जिससे उनकी भी दर्दनाक मौत हो गई थी।
अवैध खनन की भेंट चढ़ चुके क्षेत्र के मुख्य मार्ग
बख्शी का तालाब क्षेत्र में बेखौफ चल रहे अवैध खनन की भेंट चढ़ गई जिनमें ग्राम पंचायत कठवारा से शिवपुरी मार्ग जो चन्द्रिका देवी मंदिर से इटौंजा तक जाती है जिसकी लंबाई लगभग 10 किलोमीटर है।बीकेटी से अस्ती रोड जिसकी दूरी लगभग 10 किलोमीटर है जो बेहटा कुर्सी मार्ग को जोड़ती है। महोना से पहाड़पुर तक मार्ग महोना से कुम्भरावां मार्ग पर कुसुम आईटीआई से ढिलवांशी को जाने वाली सड़क सहित क्षेत्र की दर्जनों सड़कें डंफरों के आवागमन से खस्ताहाल हो चुकी है।