लखनऊ। महंत बजरंगमुनि उदासीन ने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत नरेंद्र गिरि जी महाराज की हृदयविदारक मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया उन्होंने कहा कि सनातन धर्म को इससे बड़ी कोई क्षति नहीं हो सकती ,महंत बजरंगमुनि ने सरकार से सीबीआई जांच की मांग की। केंद्र व राज्य सरकार को संतों एवं आश्रमों की सुरक्षा के लिए कोई ना कोई कठोर कानून अवश्य बनाना चाहिए ।
सनातन धर्म के साधु-संतों एवं आश्रमो की सुरक्षा के लिए कोई भी कानून या प्रणाली नहीं बनाई गई है जिसका लाभ असामाजिक तत्व एवं विधर्मी पूर्णरूपेण उठा रहे हैं जबकि मुसलमानों के लिए वफ्फ बोर्ड , जहां उनकी संख्या ज्यादा है वहा शरिया कानून जैसे 50 नियम है।।जिससे सिर्फ राष्ट्र को आर्थिक हानि है एक भी मस्जिद सरकार के अधिकृत नही है,आए दिन मुस्लिमो के द्वारा राष्ट्र विरोधि कार्य व नारे लगाए जाते है।
जबकि सनातन धर्म के मंदिरों से राष्ट्र की अर्थव्यवस्था मजबूत होती है आज राष्ट्र के 32% मंदिर सरकार के अधिकृत है, सनातन धर्म के मानने वाले अपने राष्ट्र को भारत माता के रूप में देखते हैं एवं संविधान का पूर्ण सम्मान करते हैं परंतु कुछ समय से सनातन धर्म के साधु-संतों एवं धर्म योद्धाओं को अपना शिकार बनाया जा रहा है अगर कोई कठोर कानून बना दिया जाए तो शायद आश्रम ,साधु संत एवं सभी धर्म योद्धा सुरक्षित बच पाए अन्यथा भविष्य में बहुत ही भयावह स्थिति होगी।
आज भारत के अंदर 85% आश्रमों की भूमि व सम्मप्त्तियो पर असामाजिक तत्व भू माफियाओं का कब्जा बना हुआ है।। जिसे मुक्त कराने के लिए अंतिम समय में संतो को फर्जी मुकदमों में फसाया जाता है या फिर अपने प्राणों की आहुति ही देनी पड़ती है अगर वर्तमान समय में देख लिया जाए तो प्रतिदिन लगभग सैकड़ों संतो की हत्या या हत्या कोशिश की जाती हैं जिसका मैं जीता जागता एक उदाहरण हूं।