kamlesh verma
लखनऊ। जहां एक तरफ सरकार गड्ढा मुक्त अभियान चलाकर सडको को गड्ढा मुक्त करने के निर्देश दिए। वही सरकार की मंशा के विपरीत कार्य करने में अधिकारी कोई कसर नही छोड़ रहे। सड़क हादसों में आए दिन कई जाने चली जा रही हैं लेकिन अफसर अपनी एसी रूम से निकलना ही नही चाहते आम जनता की समस्या पर बिल्कुल भी ध्यान नही दिया जा रहा।
मलिहाबाद तहसील क्षेत्र में लखनऊ हरदोई राजमार्ग पर हादसे होने के बाद लोक निर्माण विभाग जागा और उसने रास्ते के गड्ढे तो भर दिए लेकिन उसी मार्ग से जुड़े मलिहाबाद चौराहे से माल की तरफ जाने वाले संपर्क मार्ग पर अभी भी सैकड़ों गड्ढे आए दिन राहगीर चोटिल होते हैं। लेकिन किसी भी संबंधित अधिकारी का इन सब समस्याओं पर ध्यान नहीं है। मलिहाबाद से लेकर माल तक इस रोड पर सैकड़ों गड्ढे हैं और यह मार्ग कई गांव को जोड़ने के साथ-साथ कई दूसरे जिलों को भी जोड़ता है। लेकिन सरकार की मंशा के विपरीत अधिकारी इन सब बातों पर ध्यान नहीं देते। कई बार आम नागरिकों द्वारा इसकी शिकायत भी की।लेकिन ना तो गड्ढे भरे गए और ना ही इन गड्ढों को देखने कोई अधिकारी आया फिलहाल समस्या जस की तस बनी हुई है।
जर्जर हो चुकी सड़क से राहगीरों व स्थानीय लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बड़े-बड़े गड्ढों में तबदील हो चुकी यह सड़क वाहनों की दुर्दशा तो कर ही रही हैं, साथ ही लोगों के शरीर व स्वास्थ्य पर भी बुरा असर कर रहीं हैं। इन बदहाल सड़क पर मोटरसाइकिल दौड़ाने वालों में कमर दर्द की बीमारी जन्म लेने लगी है। इसके अलावा हवा में उड़ रहे धूल के कण राहगीरों व स्थानीय लोगों को बीमार कर रहे हैं। साथ ही सड़क पर उखड़ी पड़ी गिट्टियां बड़ें वाहनों के पहियों के दबाव से उछलकर लोगों को घायल कर रही हैं। वाहनों को भी नुकसान पहुंचा रही हैं। वहीं बड़े-बड़े व गहरे गड्ढों के कारण लोग दुर्घटनाओं का भी शिकार बन रहे हैं।