कृषि विभाग के अधिकारियों ने सरसों की फसल का किया निरीक्षण
kamlesh verma
लखनऊ । तिलहन का उत्पादन बढ़ाने की कवायद में जुटे कृषि विभाग द्वारा माइक्रो लेवल पर सरसों उत्पादन के लिए विकसित किए गए क्षेत्रों के निरीक्षण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जिसके अंतर्गत कृषि विभाग के संयुक्त कृषि निदेशक डीपी सिंह ने मलिहाबाद क्षेत्र के गांव भतोइया में रणधीर सिंह, मवईकला में पच्चालाल सहित अन्य कई गांवों में पहुंचकर सरसों के खेतों का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने किसानों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी दिए। इस दौरान उनके साथ स्थानीय कृषि अधिकारी खंड तकनीकी प्रबंधक माधवेंद्र सिंह चौहान, व खंड तकनीकी सहायक विमल कुमार सिंह, चक्रेश कुमार भी उपस्थित रहे। कृषि विभाग की तरफ से तिलहन का रकबा बढ़ाने के लिए रबी सीजन के तहत किसानों को सरसों के बीज की मिनी किट फ्री में वितरित की गई थी।
यही नही सरसों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए स्पेशल उपयुक्त क्षेत्र भी विकसित किए गए है, जिसके अंतर्गत एक दायरे में अधिक से अधिक एकड़ में सरसों की बुवाई करवाई गई है। ऐसे में विकसित किए गए इन क्षेत्रों का अब आला अधिकारी निरीक्षण कर रहे है, ताकि सरसों उत्पादन में किसी प्रकार की परेशानी किसानों को न झेलनी पड़े। कृषि विभाग पीली सरसों व काली सरसों का उत्पादन बढ़ाने की कवायद में जुटा हुआ है।
कृषि विभाग के संयुक्त कृषि निदेशक डी पी सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत विभाग द्वारा किसानों को पीली सरसों व काली सरसों का बीज किट निशुल्क वितरित की गई थी। जिसके बाद उन किसानों से मिलकर उनकी फसलों की स्थिति जानी। पीली सरसों के सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। पीली सरसों का तेल दिल के रोगियों के लिए फायदेमंद होता है। इस किस्म में एसिड की मात्रा 2 फीसदी ओर ग्लूकोसिनोर्ट्स की मात्रा 30 पीपीएम पाई जाती है।