लखनऊ। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की होम्योपैथिक (Homeopathic Pharmacist) में चयनित अभ्यर्थियों की 4 साल से लंबित भर्ती में नियुक्ति को लेकर आमरण-अनशन इको गार्डन में चौथे दिन भी जारी रहा। फार्मासिस्ट फेडरेशन के अध्यक्ष सुनील यादव ने बताया कि अनवरत प्रदर्शन जारी रहेगा। विभाग की स्वास्थ्य सुविधाएं फार्मासिस्टों (Pharmacist) की कमी के चलते बाधित हो रही हैं। विभाग में होम्योपैथिक (Homeopathic) के कुल 1581 पद सृजित हैं जिनमें से 703 पद रिक्त पड़े हैं।
फार्मासिस्ट अभ्यर्थियों का आरोप है कि उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की सुस्त कार्यप्रणाली एवं ईडब्ल्यूएस केस निस्तारण के लिए आयोग एवं शासन द्वारा नियुक्त महाधिवक्ता / अपर महाधिवक्ता एवं मुख्य अधिवक्ता द्वारा केस की सुनवाई के दौरान न्यायालय में उपस्थित ना होने की वजह से होम्योपैथिक फार्मासिस्ट भर्ती विगत 4 वर्षों से लंबित पड़ी है। होम्योपैथिक फार्मासिस्ट (Homeopathic Pharmacist) अभ्यर्थियों की मांग है कि आयोग एवं शासन द्वारा ईडब्ल्यूएस केस निस्तारण के लिए नियुक्त महाधिवक्ता / अपर महाधिवक्ता एवं मुख्य अधिवक्ता केस की सुनवाई के दौरान न्यायालय में उपस्थित होकर फार्मासिस्ट भर्ती को कोर्ट के समस्त वाद-विवादों से मुक्त कराते हुए नियुक्ति प्रक्रिया जल्द से जल्द अग्रेषित करें