लखनऊ। ट्रांसजेंडर (किन्नर) समुदाय को बेहतर स्वास्थ्य और शिक्षा की सुविधा प्रदान करने के साथ ही उन्हें समाज की मुख्य धारा में लाने पर मंथन को लेकर मंगलवार को राज्यस्तरीय कार्यशाला हुई। यूपी स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी के तत्वावधान में आयोजित कार्यशाला में यूपी स्टेट ट्रांसजेंडर वेलफेयर बोर्ड की उपाध्यक्ष सोनम चिश्ती ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार किन्नर समुदाय को हरस्तर पर बेहतर सुविधाएं प्रदान करने को लेकर गंभीर है। पुलिस स्टेशन पर ट्रांसजेंडर सेल बनाये गए हैं।
यदि कहीं किसी तरह का भेदभाव या दुर्व्यवहार होता है तो अपनी समस्या को जरूर उठायें और संविधान में किन्नर समुदाय को प्रदत्त अधिकारों का लाभ उठायें। यदि हमको लेकर हमारे परिवार को कोई दिक्कत नहीं है तो दूसरे लोग कौन होते हैं । हम पर ऊंगली उठाने वाले, इसलिए अपनी सभ्यता और संस्कृति के दायरे में रहते हुए संघर्ष करते रहिये।कार्यशाला में यूपी स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी के संयुक्त निदेशक रमेश श्रीवास्तव ने नेशनल एड्स कंट्रोल आगेर्नाइजेशन (नाको) के नेतृत्व में किन्नर समुदाय की भलाई के लिए चलाये जा रहे कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला।
वर्ष 2013 में करायी गयी गणना के अनुसार प्रदेश में करीब 6000 ट्रांसजेंडर थे, जिनमें से 4115 को विभाग की योजनाओं से जोड़कर सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
इनको वोटर कार्ड, राशन कार्ड आदि की सुविधा प्रदान करने पर भी कार्य चल रहा है। इसके अलावा सामुदायिक सहभागिता बढ़ाने के उद्देश्य से राज्य और जिला स्तर पर कम्युनिटी रिसोर्स ग्रुप का गठन किया जायेगा ताकि लोग उस प्लेटफार्म पर अपनी बात और सुझाव खुलकर साझा कर सकें। इस मौके पर यूपी स्टेट ट्रांसजेंडर वेलफेयर बोर्ड की सलाहकार सदस्य देविका ने अपने समुदाय के लोगों से कहा कि अपना स्वास्थ्य बेहतर रखें तभी अपनी और समाज की भलाई कर सकते हैं।