Manoj Kumar Yadav
लखनऊ। प्राचीन श्री कालेबीर बाबा मन्दिर प्रांगण में आयोजित नौ दिवसीय श्रीराम कथा में आठवें दिन रविवार को कथा वाचक श्री मारुति नन्दन महाराज ने श्रीराम सीता व लक्ष्मण के वन गमन, लक्ष्मण-निषाद राज संवाद, केवट प्रेम और गंगा पार जाना, सुमंत्र का अयोध्या लौटना, दशरथ मरण,भरत व शत्रुघ्न का वापस अयोध्या आना, भरत कौशल्या संवाद, अयोध्या वासियों सहित श्री भरत – शत्रुघ्न आदि के वन गमन और राम भरत मिलाप की कथा का संगीतमय रसपान सभी भक्तों को कराया।
कथा व्यास श्री मारुति नन्दन महाराज ने बाबा तुलसी रचित चौपाई राम राम रट बिकल भुआलू जनु बिनु पंख बिहंग बेहालू , हृदयँ मनाव भोरू जनि होई रामहि जाइ कहै जनि कोई से श्रीराम कथा प्रसंग को आगे बढाते हुये श्रीराम, लक्ष्मण और सीता के वन गमन की कथा का वर्णन किया।संगीतकार दया शंकर तिवारी, राजेश मिश्र और नितिन त्रिपाठी ने ” आज हमारे राम अयोध्या छोड़ चले, मेरी नैया में लक्ष्मण राम गंगा मैया धीरे बहो,मैया तूने का ठानी मन में राम सिया भेज दये रे वन में और राम भक्त ले चला रे राम की निशानी ” गाकर सभी भक्तों को भावविभोर कर दिया। नौ दिवसीय श्रीराम कथा में आज मुख्य यजमान के रूप में एल्डिको निवासी राकेश मिश्रा व करूणा मिश्रा ने पूजन पाठ किया।
इस असवर पर कथा संयोजक स्वामी कृष्णा नन्द महाराज, कोषाध्यक्ष विजय द्विवेदी, उपाध्यक्ष गोपाल शुक्ला, शिक्षक हरि गोविन्द मिश्र, देवी शंकर त्रिवेदी, अजय शुक्ला , अणिमेश पाण्डेय, कमलेश द्विवेदी तथा पत्रकार अखिलेश द्विवेदी, योगेन्द्र तिवारी, मनोज यादव, राघवेन्द्र तिवारी मौजूद रहे।