अयोध्या। भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या में अब छह भव्य प्रवेश द्वार बनेंगे। जिनका नाम रामायण के पात्रों के नाम पर रखा गया है। लखनऊ, गोरखपुर, रायबरेली, गोंडा, प्रयागराज और वाराणसी की ओर से आने वाले श्रद्धालु इन विशाल प्रवेश द्वारों से अयोध्या में प्रवेश कर सकेंगे। लखनऊ से आने वाले ‘श्रीराम द्वार’ के जरिए मंदिर नगरी में प्रवेश करेंगे। गोरखपुर से आने वाले ‘हनुमान द्वार’ से शहर में प्रवेश करेंगे इलाहाबाद से आने वालों के लिए ‘भारत द्वार’, गोंडा रोड पर ‘लक्ष्मण द्वार’, वाराणसी रोड पर ‘जटायु द्वार’ और रायबरेली की तरफ से आने वालों के लिए ‘गरुण द्वार’ होगा।
अयोध्या के जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने कहा, जिनमें बड़े पार्किंग क्षेत्र, शौचालय, रेस्तरां और होटल शामिल हैं। “उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, अयोध्या के पौराणिक चरित्र को पुनर्स्थापित करने के लिए दृढ़ हैं। उनकी पवित्र शहर को विश्व स्तर के पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना है।” राम मंदिर का निर्माण जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है, अयोध्या में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भीड़ तेजी से बढ़ रही है।
एडीएम प्रशासन अमित कुमार सिंह ने बताया कि गेट के पास पार्किंग से लेकर जनसुविधाओं का इंतजाम भविष्य को देखते हुए कराया जाएगा। यह काम अयोध्या विकास प्राधिकरण और पर्यटन विभाग मिलकर करा रहे हैं। श्रीरामद्वार लखनऊ हाइवे, हनुमानद्वार गोरखपुर हाइवे, भरतद्वार (भरत कुंड के पास प्रयागराज हाइवे), वाराणसी से आने वालों के लिए जटायु द्वार, रायबरेली से आने वालों के लिए गरुण द्वार और गोंडा से अयोध्या आने के लिए लक्ष्मण द्वार की तरफ से प्रवेश होगा।अयोध्या आने वालों को प्राकृतिक माहौल मिले, इसका भी ध्यान रखा जा रहा है। हाइवे के दोनों तरफ पार्किंग बनाई जाएगी। यहां टॉयलेट से लेकर पेयजल तक के इंतजाम होंगे।