पुलिस जांच में जुटी
लखनऊ। निगोंहा में बीते सोमवार को घर से निकले किसान Farmer की हत्या कर दी गयी। उसका शव शेरपुर लवल गांव के बाहर इंजीनियरिंग कॉलेज की बाउंड्री किनारे झाडियों में संदिग्ध परिस्थितियों में बुधवार को खून से Farmer लथपथ पड़ा मिला। ग्रामीणों ने हत्या कर शव फेंके जाने की आशंका जताई।
सोमवार को दिन में निकले थे
थाना निगोहां क्षेत्र के नदौली गांव निवासी भूपेंद्र सिंह ने बताया कि उसके बड़े भाई राजेंद्र प्रताप सिंह (45) साइकिल से सोमवार को दिन में निकले थे। ग्रामीणों ने उन्हें नशे की हालत में सुदौली चौराहे पर सोमवार को की रात आठ बजे देखा था। बुधवार की सुबह राजेंद्र प्रताप का शव शेरपुर लवल गांव के बाहर इंजीनियरिंग कॉलेज की बाउंड्री किनारे झाडियों में संदिग्ध परिस्थितियों में Farmer पड़ा मिला। मृतक Farmer की बनियान खून से सनी हुई थी। नाक कान से खून आ रहा था। पीठ और मत्थे पर खरोंच का निशान थे।
नशे की लती
मृतक की पत्नी सरिता और दो बेटे देवेश सिंह व अनुराग सिंह है। राजेन्द्र के नशे की लत के चलते उसकी पत्नी अपने दोनों बेटों को लेकर अपने मायके चिनहट में रहती है। मौत की सूचना पर मिलने पर दोनों बेटों के साथ मौके पर पहुंची। मृतक चार भाई थे। जिसमें बड़ा भाई देवेंद्र सिंह, उसके बाद मृतक राजेन्द्र, भूपेंद्र सिंह और सबसे छोटा धीरेंद्र सिंह है। इंस्पेक्टर निगोहां विनोद यादव ने बताया कि परिजनों ने किसी प्रकार का किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया है। तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज किया जायेगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।
पांच दिन पहले बेची थी जमीन
बताया जा रहा है कि मृतक राजेंद्र प्रताप सिंह ने पांच दिन पहले ही अपनी एक बीघा खड़ी गेहूं की फसल जमीन सहित अपने भाई भूपेंद्र सिंह को बेंची थी। जिसका कुछ पैसा उन्हें मिला था। जबकी बाकी की रकम उन्हें नहीं मिली थी। ग्रामीणों में चर्चा है कि कहीं किसान की मौत के पीछे बेची गई जमीन और उसकी बकाया रकम की वजह तो नहीं है। जमीन बेचने पर मिले रुपये राजेन्द्र ने तीन दिन पहले नई साइकिल खरीदी थी और उसी से वह निगोहां आया हुआ था। लेकिन घटना स्थल और आसपास उसकी साइकिल का कहीं पता नहीं चल सका है। जिससे पूरा मामला संदेह के घेरे में आ गया है। जिससे उसकी हत्या की आशंका बढ़ गयी है।