ब्यूनस आयर्स ।रूस-यूक्रेन जंग के बीच अब तक 5 हजार से ज्यादा गर्भवती महिलाएं रूस से अर्जेंटीना जा चुकी हैं। गुरुवार को ब्यूनस आयर्स पहुंचने वाली 33 औरतें प्रेग्नेंसी के आखिरी हफ्तों में थीं। दरअसल, ये महिलाएं जंग के बीच रूस में बच्चा पैदा नहीं करना चाहती। वहीं अगर इनका बच्चा अर्जेंटीना में पैदा होता है तो इससे मां-बाप को भी सिटिजनशिप मिलना आसान हो जाता है।
इन रूसी महिलाओं ने शुरुआत में बतौर टूरिस्ट अर्जेंटीना जाने की बात कही थी। हालांकि, बाद में उन्होंने स्वीकार किया कि वो अपने बच्चों को बेहतर भविष्य के लिए अर्जेंटीना की सिटिजनशिप दिलाने जा रही हैं। इन प्रेग्नेंट औरतें के पलायन को बर्थ टूरिज्म नाम दिया गया है।
बड़ी दिक्कत ये है कि महिलाएं अपने बच्चों को अर्जेंटीना में रजिस्टर कराने के बाद देश छोड़ दे रही हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे रूसी पासपोर्ट की तुलना में ज्यादा आजादी मिलती है। जिन लोगों के पास अर्जेंटीना का पासपोर्ट होता है, वो दुनियाभर के 171 देशों में वीजा-फ्री दाखिल हो सकते हैं। जबकि रूसी पासपोर्ट के जरिए सिर्फ 87 देशों में ही बिना वीजा के जा सकते हैं।
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अर्जेंटीना पुलिस लगातार ऐसे गैंग पर रेड कर रही है जो रूसी महिलाओं के फेक पासपोर्ट बनवाने और उन्हें अर्जेंटीना में दाखिल होने में मदद करते हैं। ये गैंग अपनी सर्विस के लिए करीब 29 लाख रुपए फीस लेते हैं। अभी तक पुलिस ने किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है, लेकिन छापे के दौरान लैपटॉप, इमिग्रेशन डॉक्यूमेंट्स के साथ कैश जब्त किया गया है।
जंग से दूर जाने के अलावा प्रेग्नेंट महिलाओं को अर्जेंटीना में वीजा-फ्री एंट्री और अच्छी मेडिकल सर्विस भी आकर्षित करती हैं। अर्जेंटीना में रहने और बच्चे की डिलिवरी से जुड़े ऑफर्स के लिए रूस में वेबसाइट भी है। इस वेबसाइट पर पर्सनलाइज्ड बर्थ प्लांस, एयरपोर्ट से पिक-अप के साथ ही स्पैनिश भाषा की क्लास और ब्यूनोस आयर्स के अच्छे अस्पतालों में इलाज को लेकर कई पैकेज उपलब्ध हैं।