लखनऊ। प्रदेश में समान लिंगानुपात स्थापित करने, कन्या भू्रण हत्या रोकने, बालिकाओं के स्वास्थ्य व शिक्षा को सुदृढ़ करने, बालिका के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करने तथा बालिका के प्रति आम जन में सकारात्मक सोच विकसित करने हेतु 2019 में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना शुरू की गयी है। योजना के अन्तर्गत मुख्यतः ऐसे लाभार्थी पात्र होते हैं जिनका परिवार उ0प्र0 का निवासी हो, जिनकी पारिवारिक वार्षिक आय अधिकतम रूपया 03 लाख तथा जिनके परिवार में अधिकतम दो बच्चे हों।
योजना के अन्तर्गत देय धनराशि पी0एफ0एन0एस0 के माध्यम से सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में हस्तांतरित की जाती है। उक्त जानकारी देते हुए निदेशक महिला कल्याण मनोज कुमार राय ने बताया कि योजना के अन्तर्गत बालिकाओं को कुल 06 श्रेणियों में, जन्म के समय 02 हजार, 01 वर्ष के टीकाकरण पूर्ण करने पर 1 हजार, कक्षा-1 में प्रवेश के समय 2000, कक्षा-6 में प्रवेश के समय 2000, कक्षा-9 में प्रवेश के समय 3000 तथा दसवी/बारहवीं परीक्षा उत्तीर्ण कर डिग्री या दो वर्षीय या अधिक के डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश लेने पर रू0 5000 प्रदान किये जाते हैं।
योजना के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु विभाग द्वारा विशेष अभियान संचालित करते हुए बालिकाओं को चिन्हित व लाभान्वित किया जा रहा है। मिशन शक्ति के पूर्व चरणों तथा वर्तमान में चल रहे चरण में भी इस योजना के प्रचार-प्रसार में विशेष ध्यान दिया जा रहा है। समय-समय पर स्वावलम्बन कैम्प का आयोजन कर इस योजना के आवेदन पूर्ण कराने की प्रक्रिया पूर्ण की जा रही है। कैम्प तथा अन्य प्रचार-प्रसार कार्यक्रमों में जन-प्रतिनिधियों तथा विभिन्न विभागों यथा शिक्षा, स्वास्थ्य आदि का भी सहयोग लिया जा रहा है।